Story submitted by: Shanti from Chitrakoot, Uttar Pradesh
मेरा अंदर का हौसला बहुत बुलंद हो गया है। संविधान के जो शब्द है उनमें बहुत ताकत है और मैंने अपनी फील्ड में इससे जुडी जानकारी दी तो कई लोग खुश हुए है की उनके पास कई अधिकार है। लड़किओं पे हो रहे अन्याय पे जमकर काम करने का हौसला मिला है, मैं पूछती हूँ की संविधान में क्या लड़किओं को अधिकार नहीं है क्या सम्मान से जीने का? कई बार कुछ आपत्ति जनक बातों का सामना करना पड़ता है, लेकिन हौसला बना है, एक उम्मीद जगी है और आगे बढ़ने के लिए मैं तैयार हूँ। इस क्षेत्र में मैं तत्पर काम कर रही हूँ। अब मैं अपनी बात आसानी से एवं आत्मविश्वास से रखती हूँ क्यूंकि अधिकार किसी में भेदभाव नहीं करते, वे सभी के लिए समान है।
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